दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. यमुना में जहर वाले बयान के बाद हरियाणा के सोनीपत प्रशासन ने उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर हरियाणा में एफआईआर दर्ज हो गई है.
ऐसा बताया गया है कि सोनीपत में सीजेएम की कोर्ट में डिजास्टर मैनेजमेंट की धारा 2डी,154 के तहत इस मामले को दर्ज किया गया है. वहीं हरियाणा सरकार ने भी अपना विरोध जताया है. हरियाणा के नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल ने मीडिया से कहा है कि जल्द ही FIR की कॉपी दी जाएगी ताकि जनता को सच्चाई पता चल सके. हरियाणा सरकार भ्रामक और झूठी बयानबाजी बर्दाश्त नहीं करेगी.
दरअसल, अरविंद केजरीवाल बयान के बाद सोनीपत सीजेएम नेहा गोयल कोर्ट में शिकायत दायर की है. सोनीपत के राई से सिंचाई विभाग के अधिकारी आशीष कौशिक ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ये शिकायत दायर की है, जिसके बाद आप संयोजक को नोटिस जारी हुआ है. सोनीपत कोर्ट में 26/25 के तहत शिकायत दर्ज करवाई गई है, जिसके बाद अरविंद केजरीवाल को 17 फरवरी को सोनीपत कोर्ट में पेश होना है.
चुनाव आयोग भी भेज चुका है नोटिस
इससे पहले चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा था. आप प्रमुख को भेजे नोटिस में चुनाव आयोग ने उनसे अपने दावे के समर्थन में साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा था. चुनाव आयोग के आधिकारिक दस्तावेज में कहा गया है, "आयोग ने केजरीवाल को शिकायतों पर अपना जवाब, विशेष रूप से तथ्यात्मक और कानूनी पहलुओं के साथ साक्ष्यों के समर्थन के साथ 29 जनवरी 2025 को रात आठ बजे तक प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है, ताकि आयोग मामले की जांच कर सके और उचित कार्रवाई कर सके."
केजरीवाल को लिखे पत्र में चुनाव आयोग ने कहा कि ऐसे आरोपों के गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जैसे क्षेत्रीय समूहों और पड़ोसी राज्यों के निवासियों के बीच दुश्मनी पैदा होने के साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
अरविंद केजरीवाल ने लगाया था आरोप
बता दें कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (27 जनवरी) को हरियाणा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी में जहर मिला दिया है." उन्होंने कहा था कि अगर दिल्ली जल बोर्ड ने जहर नहीं पकड़ा होता, तो सामूहिक नरसंहार हो सकता था.